Thursday 14 September 2017

दाऊद पर शिकंजा अच्छा संकेत

ब्रिटेन में दाऊद इब्राहिम की अरबों-खरबों रुपये मूल्य की संपत्ति जब्त होने की खबर यदि सही है तो ये भारत के लिये राहत पहुंचाने वाली है। हॉलांकि इससे कोई आर्थिक लाभ हमें होगा ये सोचना तो गलत है किन्तु दाऊद की कमाई का काफी पैसा भारत में आतंकवाद एवं अपराधिक गतिविधियों के लिये आता है इसलिये उसके अर्थ-तंत्र पर चोट से भारत में राहत महसूस किया जाना स्वभाविक है। नरेन्द्र मोदी सरकार ने संयुक्त अरब अमीरात सहित अनेक देशों को दाऊद इब्राहीम के अवैध कारोबार तथा उससे अर्जित बेशुमार संपत्ति का विवरण सौंपा था। दुबई आदि में उनके जब्त होने की जानकारी मिलने से ये लगा था कि सरकार की कोशिशें रंग लाने लगी है। अब ब्रिटेन से मिली जानकारी उत्साह बढ़ाने वाली है क्योंकि ऐसा होने पर भारत में फैला उसका अपराधिक साम्राज्य भी कमजोर होगा। दाऊद को पाकिस्तान शरण ही नहीं दिए अपितु उसे सेना की सुरक्षा में किसी गुप्त स्थान पर छिपाकर रख दिया गया है। पाकिस्तान को दाऊद से इसलिये मोह है क्योंकि वह 1993 के मुंबई बम धमाकों का सूत्रधार रहा तथा भारत में इस्लामी आतंकवाद को बढ़ावा देने में सहायक है।  मोदी सरकार द्वारा बनाए गए दबाव के कारण दाऊद काफी डरा हुआ है। संयुक्त अरब अमीरात के बाद ब्रिटेन में उसकी संपत्तियों की जब्ती भारत के लिहाज से काफी बड़ी  सफलता है। यदि इसी तरह उसकी काली कमाई पर चोट होती रही तब बड़ी बात नहीं पाकिस्तान को भी देर-सबेर वह बोझ लगने लगे। दाऊद के आर्थिक स्रोत खत्म होने से भारत में फैले उसके गुर्गों की कमाई पर भी विपरीत असर होना तय है। ये सब देखते हुए ब्रिटेन में उसकी संपत्ति का जब्त होना भारत के दूरगामी हितों में है। केन्द्र सरकार को चाहिए कि वह देश के इस दुश्मन के विरूद्ध अपनी मुहिम को इसी तरह जारी रखे।

-रवीन्द्र वाजपेयी

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