Friday 24 December 2021

अटल जी से अविस्मरणीय मुलाकात



जून 2003 में जबलपुर के डुमना हवाई अड्डे पर स्व. अटल जी के साथ कुछ समय बिताने का अवसर मिला था। प्रधानमंत्री की कड़ी सुरक्षा के बीच उन्होंने हमारे पूरे परिवार को 3 मिनिट के नियत समय की बजाय अपने विश्राम के 40 मिनिट भी दे दिए। पूरी भेंट विशुद्ध पारिवारिक माहौल और हास - परिहास से भरी रही। माताजी श्रीमती उर्मिला वाजपेयी और पिताश्री स्व. पं.भगवतीधर वाजपेयी से तो वे ग्वालियर के दिनों  की यादें ताजा करते रहे किन्तु हम सबसे भी बड़े ही आत्मीय भाव से पेश आये। अटल जी से अनगिनत मुलाकातें हुईं । वे हमारे निवास पर भी आते रहे किन्तु प्रधानमंत्री के रूप में उनसे हुई वह भेंट स्मरणीय बन गई। उनकी सहजता और अपनत्व में लेशमात्र बदलाव नहीं आया जो उन्हें राजनेता से बढ़कर एक श्रेष्ठ मानव की श्रेणी प्रदान करने पर्याप्त था।
आज उनके जन्मदिवस पर उनके साथ जुड़ी अनगिनत स्मृतियाँ सजीव हो उठीं।
भारतीय राजनीति में वे राष्ट्रीय नेताओं की अंतिम कड़ी थे।
पावन स्मृति में शत-शत नमन।

-रवीन्द्र वाजपेयी

1 comment:

  1. अग्रणी राजनेता और श्रेष्ठ मानव को शत-शत नमन।

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